फरीदाबाद:- पलवल-मथुरा सेक्शन में वृन्दावन-भूतेश्वर स्टेशन के बीच शुक्रवार देर रात एक मालगाड़ी के दुर्घटनागस्त हो जाने से फरीदाबाद-पलवल सेक्शन के बीच ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह से प्रभावित हो गया। मथुरा से पलवल और फरीदाबाद आने जाने वाले हजारों यात्रियों का संपर्क टूट गया। शुक्रवार आधी रात से शनिवार को पूरे दिन क्षतिग्रस्त् हुई रेलवे लाइन के मेंटीनेंस का काम चलता रहा। लेकिन देर शाम तक ट्रैक बहाल नहीं हो पाया।
रेल अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक बहाल होने में अभी एक दिन का और वक्त लग सकता है। क्योंकि इस हादसे में तीनों लाइनें क्षतिग्रस्त हुई है। उत्तर मध्य रेलवे के तमाम उच्चाधिकरी मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गए हैं। बारिश होने के कारण थोड़ी बाधा भी आ रही है। मथुरा से दिल्ली की ओर आने और मथुरा कीआेर जाने वाली गाड़ियों को परिवर्तित रूट से चलाया जा रहा है।
शुक्रवार रात 11.32 बजे हुआ हादसा
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॅा. शिवम शर्मा ने बताया कि एक मालगाड़ी राजस्थान से सीमेंट लोड कर गाजियाबाद जा रही थी। रात करीब 11.32 बजे जब वह वृंदावन-भूतेश्वर स्टेशन के बीच पहुंची तभी हादसा हो गया। सीमेंट से लगे कुल 15 डिब्बे दुर्घटनाग्रस्त होकर तीनों लाइनों पर फैल गए। इससे मथुरा से फरीदाबाद-नई दिल्ली से रेल संपर्क टूट गया।
दो लोकल ट्रेनें कैंसिल, 15 का रूट परिवर्तन
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि रेलवे ट्रैक बाधित होने से शनिवार को पलवल से चलकर आगरा कैंट जाने वाली 04496 और मथुरा से चलकर पलवल-फरीदाबाद होते हुए गाजियाबाद को जाने वाली 04419 शटल ट्रेन कैंसिल कर दी गई। जबकि खजुराहो से चलकर कुरुक्षेत्र को जाने वाली 11841 गीता जयंती एक्सप्रेस के रूट में बदलाव कर उसे आगरा कैंट से एत्मादपुर, मितावली, गाजियाबाद के रास्ते दिल्ली भेजना पड़ा। अधिकारी ने बताया कि मथुरा से दिल्ली की ओर जाने वाली 12721 दक्षिण एक्सप्रेस, 11919 मालवा एक्सप्रेस, 12615 जीटी एक्सप्रेस, 12723 तेलंगाना एक्सप्रेस, 12189 महाकौशल एक्सप्रेस, 12904 गोल्डन टैंपल एक्सप्रेस, 12618 मंगला एक्सप्रेस, 12138 फिरोजपुर जनता एक्सप्रेस समेत 15 ट्रेनों का रूट परिवर्तन कर चलाया गया। ये सभी ट्रेनें फरीदाबाद-बल्लभगढ़ स्टेशनों पर रुक कर चलती हैं।
इन ट्रेनों को बीच रास्ते से लौटाना पड़ा
हादसे के बाद नई दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन से मथुरा कीओर जाने वाली सात गाड़ियां विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी हाे गयी। श्री माता वैष्णोदेवी कटरा बांद्रा एक्सप्रेस को वृंदावन से वापस नई दिल्ली होते हुए रेवाड़ी, अलवर के रास्ते निकाला गया। इसी तरह निजामुद्दीन तिरुवंतपुरम एक्सप्रेस को छाता स्टेशन से वापस करना पड़ा। अमृतसर-छत्रपति शिवाजी टर्मिनस को अझई स्टेशन से, निजामुद्दीन हैदराबाद एक्सप्रेस को पलवल से, हरिद्वार लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस को होडल से और सचखंड एक्सप्रेस को पलवल रूंधी से वापस दिल्ली भेजकर वैकल्पिक रास्ते से निकालना पड़ा।